शेयर मार्केट (Share Market) एक ऐसा बाजार है जहां कंपनियों के शेयर (हिस्सेदारी) खरीदे और बेचे जाते हैं। इसे “स्टॉक मार्केट” या “इक्विटी मार्केट” भी कहा जाता है। शेयर मार्केट में निवेशक (Investors) कंपनियों के शेयर खरीदकर उनमें हिस्सेदार बनते हैं और कंपनी के मुनाफे में हिस्सा पाते हैं।
आइए इसे सरल भाषा में विस्तार से समझते हैं:
शेयर मार्केट क्या है?
शेयर मार्केट एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां कंपनियां अपने शेयर जारी करती हैं और निवेशक उन्हें खरीदते-बेचते हैं। शेयर खरीदने का मतलब है कि आप उस कंपनी के मालिकाना हक (Ownership) में हिस्सेदार बन जाते हैं।
उदाहरण के लिए, यदि आपने किसी कंपनी के 100 शेयर खरीदे हैं और उस कंपनी के कुल 1,000 शेयर हैं, तो आप उस कंपनी के 10% मालिक हैं।
शेयर मार्केट कैसे काम करता है?
शेयर मार्केट का कामकाज निम्नलिखित चरणों में होता है:
- कंपनियां शेयर जारी करती हैं:
जब कोई कंपनी पैसा जुटाना चाहती है, तो वह शेयर मार्केट में अपने शेयर जारी करती है। इसे आईपीओ (Initial Public Offering – IPO) कहा जाता है। - निवेशक शेयर खरीदते और बेचते हैं:
निवेशक कंपनियों के शेयर खरीदते हैं और उन्हें बाद में मुनाफे के साथ बेच सकते हैं। शेयर की कीमत बाजार में मांग और आपूर्ति (Demand and Supply) के आधार पर घटती-बढ़ती रहती है। - स्टॉक एक्सचेंज (Stock Exchange):
शेयरों की खरीद-बिक्री स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से होती है। भारत में दो मुख्य स्टॉक एक्सचेंज हैं:
- बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE)
- नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE)
- ब्रोकर (Broker):
निवेशक सीधे शेयर मार्केट में ट्रेड नहीं कर सकते। उन्हें ब्रोकर के माध्यम से ट्रेड करना होता है। ब्रोकर एक मध्यस्थ (Intermediary) होता है जो शेयर खरीदने और बेचने में मदद करता है। - शेयर की कीमत का निर्धारण:
शेयर की कीमत बाजार में मांग और आपूर्ति पर निर्भर करती है। यदि किसी शेयर की मांग अधिक है, तो उसकी कीमत बढ़ती है। यदि मांग कम है, तो कीमत घटती है।
शेयर मार्केट में निवेश कैसे करें?
शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
- डीमैट अकाउंट खोलें:
शेयर खरीदने और बेचने के लिए आपको एक डीमैट अकाउंट (Demat Account) और ट्रेडिंग अकाउंट (Trading Account) की आवश्यकता होती है। यह अकाउंट किसी ब्रोकर या बैंक के माध्यम से खोला जा सकता है। - ब्रोकर चुनें:
एक विश्वसनीय ब्रोकर चुनें जो आपको शेयर खरीदने और बेचने में मदद करे। - शेयर चुनें:
अच्छी कंपनियों के शेयर चुनें जिनके भविष्य में अच्छा प्रदर्शन करने की संभावना हो। - ट्रेड करें:
ब्रोकर के माध्यम से शेयर खरीदें और बेचें। शेयर की कीमत बाजार में उतार-चढ़ाव के आधार पर बदलती रहती है। - निवेश की निगरानी करें:
अपने निवेश की नियमित रूप से निगरानी करें और बाजार की स्थिति के अनुसार निर्णय लें।
शेयर मार्केट के प्रकार:
- प्राइमरी मार्केट (Primary Market):
यह वह बाजार है जहां कंपनियां पहली बार शेयर जारी करती हैं। इसे आईपीओ (IPO) के रूप में जाना जाता है। - सेकेंडरी मार्केट (Secondary Market):
यह वह बाजार है जहां निवेशक एक-दूसरे के साथ शेयर खरीदते और बेचते हैं। यह स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से होता है।
शेयर मार्केट में निवेश के फायदे:
- उच्च रिटर्न: शेयर मार्केट में निवेश से अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है।
- लिक्विडिटी (Liquidity): शेयरों को आसानी से खरीदा और बेचा जा सकता है।
- मालिकाना हक: शेयर खरीदने पर आप कंपनी के मालिक बन जाते हैं।
- विविधता (Diversification): अलग-अलग कंपनियों में निवेश करके जोखिम को कम किया जा सकता है।
शेयर मार्केट में निवेश के जोखिम:
- बाजार जोखिम (Market Risk): शेयर की कीमत बाजार में उतार-चढ़ाव के कारण घट-बढ़ सकती है।
- कंपनी जोखिम (Company Risk): यदि कंपनी का प्रदर्शन खराब होता है, तो शेयर की कीमत गिर सकती है।
- तरलता जोखिम (Liquidity Risk): कुछ शेयरों की बिक्री मुश्किल हो सकती है।
निष्कर्ष:
शेयर मार्केट एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां कंपनियों के शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं। यह निवेशकों को अच्छा रिटर्न दे सकता है, लेकिन इसमें जोखिम भी होता है। शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले अच्छी तरह रिसर्च करें और अपने वित्तीय लक्ष्यों के अनुसार निर्णय लें।