Income Tax (आयकर) एक प्रकार का Direct Tax (प्रत्यक्ष कर) है, जो किसी व्यक्ति या संस्था (जैसे कंपनी, फर्म, आदि) की आय (Income) पर लगाया जाता है। यह कर सरकार के राजस्व (Revenue) का एक महत्वपूर्ण स्रोत है और इसका उपयोग देश के विकास, सार्वजनिक सेवाओं और बुनियादी ढांचे (Infrastructure) के लिए किया जाता है।
आइए, Income Tax के बारे में विस्तार से समझते हैं:
1. Income Tax क्या है? (What is Income Tax?)
Income Tax वह कर है जो किसी व्यक्ति या संस्था की आय (Income) पर लगाया जाता है। यह आय विभिन्न स्रोतों से हो सकती है, जैसे:
- वेतन (Salary)
- व्यापार या पेशे से आय (Business or Profession Income)
- घर या संपत्ति से आय (House Property Income)
- पूंजीगत लाभ (Capital Gains)
- अन्य स्रोत (Other Sources, जैसे ब्याज, लाभांश, आदि)
Income Tax की गणना वित्तीय वर्ष (Financial Year) के आधार पर की जाती है, और इसे आयकर रिटर्न (Income Tax Return) के माध्यम से सरकार को जमा करना होता है।
2. Income Tax कब शुरू हुआ? (History of Income Tax)
भारत में Income Tax की शुरुआत ब्रिटिश शासन के दौरान हुई थी।
- 1860: भारत में पहली बार Income Tax लागू किया गया। यह सर जेम्स विल्सन द्वारा प्रस्तावित किया गया था, जो ब्रिटिश सरकार के वित्त मंत्री थे। इसका उद्देश्य 1857 के स्वतंत्रता संग्राम (Revolt of 1857) के बाद ब्रिटिश सरकार के खजाने को भरना था।
- 1886: Income Tax को एक स्थायी कर (Permanent Tax) के रूप में लागू किया गया।
- 1922: Income Tax Act, 1922 पारित किया गया, जो आधुनिक Income Tax व्यवस्था की नींव रखता है।
- 1961: वर्तमान में लागू Income Tax Act, 1961 पारित किया गया। यह अधिनियम आज भी भारत में Income Tax का आधार है।
3. Income Tax कैसे काम करता है? (How Income Tax Works?)
Income Tax की गणना आय और कर दर (Tax Rate) के आधार पर की जाती है। यह कर दर स्लैब सिस्टम (Slab System) पर आधारित होती है, जो आय के स्तर के अनुसार अलग-अलग होती है।
आयकर स्लैब (Income Tax Slabs) 2023-24 (व्यक्तियों के लिए):
- 0 से ₹2.5 लाख तक: कोई कर नहीं (Tax-Free)
- ₹2.5 लाख से ₹5 लाख तक: 5%
- ₹5 लाख से ₹10 लाख तक: 20%
- ₹10 लाख से अधिक: 30%
नोट: सीनियर सिटीजन (60 वर्ष से अधिक) और सुपर सीनियर सिटीजन (80 वर्ष से अधिक) के लिए अलग सीमाएं हैं।
कर छूट (Tax Deductions):
Income Tax की गणना करते समय, कुछ खर्चों और निवेशों पर कर छूट (Deductions) मिलती है। ये छूट Income Tax Act की धारा 80C, 80D, आदि के तहत दी जाती हैं।
- उदाहरण:
- 80C: PPF, ELSS, LIC, Home Loan Principal, आदि पर ₹1.5 लाख तक की छूट।
- 80D: स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance) पर छूट।
4. Income Tax रिटर्न (Income Tax Return – ITR)
Income Tax रिटर्न एक फॉर्म है, जिसे करदाता (Taxpayer) को अपनी आय, कर और अन्य जानकारी सरकार को रिपोर्ट करने के लिए भरना होता है। यह प्रक्रिया वित्तीय वर्ष (Financial Year) के अंत में की जाती है।
ITR फाइल करने की अंतिम तिथि (Due Date):
- व्यक्तियों के लिए: 31 जुलाई (आमतौर पर)
- ऑडिट के मामले में: 31 अक्टूबर
5. Income Tax का महत्व (Importance of Income Tax)
- सरकारी राजस्व: Income Tax सरकार के लिए राजस्व का एक प्रमुख स्रोत है।
- आर्थिक विकास: इस धन का उपयोग बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य विकासात्मक गतिविधियों के लिए किया जाता है।
- सामाजिक समानता: प्रगतिशील कर प्रणाली (Progressive Tax System) के माध्यम से अमीरों से ज्यादा कर लेकर गरीबों की मदद की जाती है।
6. Income Tax से जुड़े महत्वपूर्ण शब्द (Key Terms)
- PAN (Permanent Account Number): Income Tax से जुड़ा एक यूनिक नंबर।
- TDS (Tax Deducted at Source): आय के स्रोत पर ही कर काटा जाना।
- Advance Tax: यदि करदाता की कर देयता ₹10,000 से अधिक है, तो उसे Advance Tax के रूप में भुगतान करना होता है।
- Assessment Year (निर्धारण वर्ष): जिस वर्ष में आयकर रिटर्न फाइल किया जाता है।
- Financial Year (वित्तीय वर्ष): जिस वर्ष में आय अर्जित की जाती है।
7. Income Tax से जुड़े नियम और अपडेट (Rules and Updates)
Income Tax नियम समय-समय पर बदलते रहते हैं। उदाहरण के लिए:
- नई टैक्स रेजिम (New Tax Regime): 2020 में इसे पेश किया गया, जिसमें कर छूट (Deductions) नहीं मिलती, लेकिन कर दरें कम हैं।
- डिजिटल इंडिया: अब Income Tax रिटर्न ऑनलाइन फाइल किया जाता है, और सभी प्रक्रियाएं डिजिटल हो गई हैं।
निष्कर्ष:
Income Tax एक महत्वपूर्ण कर है, जो देश के विकास और सार्वजनिक सेवाओं के लिए धन जुटाने में मदद करता है। यह कर प्रणाली निष्पक्ष और प्रगतिशील (Progressive) है, जो अमीरों से ज्यादा कर लेकर गरीबों की मदद करती है।