मूल्यह्रास (Depreciation) एक लेखांकन (Accounting) की अवधारणा है जो किसी व्यवसाय या संगठन में उपयोग होने वाली संपत्तियों (जैसे मशीनरी, वाहन, इमारतें, आदि) के मूल्य में समय के साथ होने वाली कमी को दर्शाता है। यह कमी संपत्ति के उपयोग, टूट-फूट, पुराने होने या तकनीकी अप्रचलन (Obsolete) के कारण होती है।
मूल्यह्रास को सरल भाषा में समझें:
जब कोई कंपनी या व्यक्ति कोई संपत्ति खरीदता है, तो उसका मूल्य समय के साथ घटता जाता है। उदाहरण के लिए, यदि आपने एक कार खरीदी है, तो कुछ साल बाद उसकी कीमत कम हो जाएगी। इस कमी को ही मूल्यह्रास कहते हैं।
मूल्यह्रास के मुख्य बिंदु:
- संपत्ति का मूल्य घटना:
मूल्यह्रास संपत्ति के मूल्य में होने वाली कमी को दर्शाता है। यह कमी संपत्ति के उपयोग, टूट-फूट या पुराने होने के कारण होती है। - लेखांकन में महत्व:
मूल्यह्रास को व्यवसाय के वित्तीय विवरण (Financial Statements) में दर्ज किया जाता है। इससे कंपनी की लाभ-हानि (Profit & Loss) और संपत्ति की वास्तविक मूल्य (Book Value) का सही आकलन होता है। - कर लाभ:
मूल्यह्रास को व्यय (Expense) के रूप में माना जाता है, जिससे कंपनी की कर योग्य आय (Taxable Income) कम हो जाती है। इससे कंपनी को कर बचत (Tax Saving) का लाभ मिलता है। - मूल्यह्रास की गणना:
मूल्यह्रास की गणना करने के लिए कई तरीके होते हैं, जैसे:
- सीधी रेखा विधि (Straight Line Method): इसमें संपत्ति के मूल्य को उसके उपयोगी जीवन (Useful Life) के अनुसार बराबर हिस्सों में बांट दिया जाता है।
- घटती शेष विधि (Written Down Value Method): इसमें हर साल संपत्ति के बचे हुए मूल्य पर मूल्यह्रास की गणना की जाती है।
उदाहरण:
मान लीजिए किसी कंपनी ने एक मशीन ₹1,00,000 में खरीदी है और उसका उपयोगी जीवन 10 साल है।
- सीधी रेखा विधि के अनुसार, हर साल मूल्यह्रास = ₹1,00,000 / 10 = ₹10,000
- घटती शेष विधि के अनुसार, मान लीजिए मूल्यह्रास दर 20% है, तो पहले साल मूल्यह्रास = ₹1,00,000 का 20% = ₹20,000
दूसरे साल मूल्यह्रास = (₹1,00,000 – ₹20,000) का 20% = ₹16,000
मूल्यह्रास के कारण:
- उपयोग (Usage): संपत्ति के निरंतर उपयोग से उसमें टूट-फूट होती है।
- समय (Time): समय बीतने के साथ संपत्ति पुरानी हो जाती है।
- तकनीकी अप्रचलन (Obsolescence): नई तकनीक आने से पुरानी संपत्ति का मूल्य कम हो जाता है।
मूल्यह्रास का महत्व:
- यह संपत्ति के वास्तविक मूल्य को दर्शाता है।
- यह व्यवसाय की लाभ-हानि को सही ढंग से दिखाता है।
- यह कर बचत (Tax Saving) में मदद करता है।
निष्कर्ष:
मूल्यह्रास एक महत्वपूर्ण लेखांकन अवधारणा है जो संपत्ति के मूल्य में होने वाली कमी को दर्शाती है। यह व्यवसायों को अपनी संपत्तियों का सही मूल्यांकन करने और कर लाभ प्राप्त करने में मदद करती है।