जीएसटी में आपूर्ति के प्रकार (Types of Supply in GST)
जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) में “आपूर्ति” (Supply) एक मूलभूत अवधारणा है, जो कर योग्य घटना (Taxable Event) को परिभाषित करती है। आपूर्ति के विभिन्न प्रकारों को समझना जीएसटी अनुपालन (Compliance) और कर गणना के लिए आवश्यक है। यहां हम जीएसटी में आपूर्ति के सभी प्रकारों को हिंदी में विस्तार से समझेंगे।
1. आपूर्ति क्या है? (What is Supply?)
- परिभाषा: जीएसटी के तहत, आपूर्ति का अर्थ है वस्तुओं या सेवाओं का विक्रय, हस्तांतरण, विनिमय, लाइसेंस, किराया, पट्टा या निपटान।
- महत्व: आपूर्ति कर योग्य घटना है, जिस पर जीएसटी लगता है।
2. आपूर्ति के प्रकार (Types of Supply)
जीएसटी में आपूर्ति को निम्नलिखित प्रकारों में वर्गीकृत किया गया है:
a) टैक्सेबल आपूर्ति (Taxable Supply)
- विवरण: यह वह आपूर्ति है, जिस पर जीएसटी लगता है।
- उदाहरण:
- एक वस्तु का विक्रय जिस पर 18% जीएसटी लगता है।
- एक सेवा का प्रदान जिस पर 12% जीएसटी लगता है।
- लाभ: इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) का दावा किया जा सकता है।
b) एक्जेम्प्ट आपूर्ति (Exempt Supply)
- विवरण: यह वह आपूर्ति है, जिस पर जीएसटी नहीं लगता है।
- उदाहरण:
- ताजा फल और सब्जियों की बिक्री।
- शैक्षणिक सेवाएं।
- सीमा: इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) का दावा नहीं किया जा सकता।
c) नॉन-टैक्सेबल आपूर्ति (Non-Taxable Supply)
- विवरण: यह वह आपूर्ति है, जो जीएसटी के दायरे में नहीं आती है।
- उदाहरण:
- शराब (Alcohol for Human Consumption)।
- पेट्रोलियम उत्पाद (Petroleum Products)।
- सीमा: इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) का दावा नहीं किया जा सकता।
d) निल आपूर्ति (Nil-Rated Supply)
- विवरण: यह वह आपूर्ति है, जिस पर जीएसटी की दर 0% है।
- उदाहरण:
- निर्यात (Export)।
- कुछ विशिष्ट वस्तुएं जैसे नमक, अनाज।
- लाभ: इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) का दावा किया जा सकता है।
e) जीरो-रेटेड आपूर्ति (Zero-Rated Supply)
- विवरण: यह वह आपूर्ति है, जिस पर जीएसटी की दर 0% है, लेकिन यह जीएसटी के दायरे में आती है।
- उदाहरण:
- निर्यात (Export)।
- सेज (Special Economic Zones – SEZ) को आपूर्ति।
- लाभ: इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) का दावा किया जा सकता है।
3. आपूर्ति के आधार पर वर्गीकरण (Classification Based on Nature of Supply)
a) इंट्रास्टेट आपूर्ति (Intrastate Supply)
- विवरण: यह वह आपूर्ति है, जो एक ही राज्य के भीतर की जाती है।
- उदाहरण:
- महाराष्ट्र में स्थित विक्रेता द्वारा महाराष्ट्र में स्थित खरीदार को वस्तु बेचना।
- कर: सीजीएसटी (CGST) और एसजीएसटी (SGST) लगता है।
b) इंटरस्टेट आपूर्ति (Interstate Supply)
- विवरण: यह वह आपूर्ति है, जो एक राज्य से दूसरे राज्य में की जाती है।
- उदाहरण:
- दिल्ली में स्थित विक्रेता द्वारा गुजरात में स्थित खरीदार को वस्तु बेचना।
- कर: आईजीएसटी (IGST) लगता है।
c) मिश्रित आपूर्ति (Mixed Supply)
- विवरण: यह दो या दो से अधिक वस्तुओं या सेवाओं का संयोजन है, जो एक साथ बेचा जाता है, लेकिन इनका अलग-अलग उपयोग किया जा सकता है।
- उदाहरण:
- एक गिफ्ट पैक जिसमें चॉकलेट और एक पेन शामिल है।
- कर: सबसे उच्चतम जीएसटी दर लागू होती है।
d) समग्र आपूर्ति (Composite Supply)
- विवरण: यह दो या दो से अधिक वस्तुओं या सेवाओं का संयोजन है, जो एक साथ बेचा जाता है और इनका अलग-अलग उपयोग नहीं किया जा सकता।
- उदाहरण:
- होटल में ठहरने के साथ नाश्ता और लंच की सुविधा।
- कर: मुख्य आपूर्ति पर लागू जीएसटी दर।
4. आपूर्ति के अन्य प्रकार (Other Types of Supply)
a) रिवर्स चार्ज आपूर्ति (Reverse Charge Supply)
- विवरण: यह वह आपूर्ति है, जिसमें कर का भुगतान विक्रेता (Supplier) के बजाय खरीदार (Recipient) द्वारा किया जाता है।
- उदाहरण:
- अनियंत्रित विक्रेता (Unregistered Supplier) से खरीदारी।
- कानूनी सेवाएं।
b) सेज को आपूर्ति (Supply to SEZ)
- विवरण: यह वह आपूर्ति है, जो विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) को की जाती है।
- उदाहरण:
- सेज इकाई को वस्तुओं या सेवाओं की आपूर्ति।
- कर: जीरो-रेटेड (0% जीएसटी)।
c) कैजुअल आपूर्ति (Casual Supply)
- विवरण: यह वह आपूर्ति है, जो अस्थायी रूप से की जाती है, जैसे मेलों या प्रदर्शनियों में।
- उदाहरण:
- एक मेले में सामान बेचना।
5. निष्कर्ष (Conclusion)
जीएसटी में आपूर्ति के प्रकारों को समझना व्यवसायों के लिए आवश्यक है, क्योंकि यह कर दर, इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) और अनुपालन (Compliance) को प्रभावित करता है। प्रत्येक प्रकार की आपूर्ति की अपनी विशेषताएं और कर निहितार्थ होते हैं। इसलिए, व्यवसायों को अपनी आपूर्ति के प्रकार को सही ढंग से वर्गीकृत करना चाहिए और उसके अनुसार जीएसटी का अनुपालन करना चाहिए।